विकास भवन सभागार में आपरेशन कायाकल्प कार्यशाला का हुआ आयोजन

 एटा। विकासभवन सभागार में आपरेशन कायाकल्प के तहत एकदिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गयाडीएम ने प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हए कहा कि तकनीक में सुधार कर आपरेशन कायाकल्प को हर हाल में सफल बनाया जाए। वित्तीय वर्ष समाप्ति की ओर है. इसलिए समस्त पंचायत सचिव, ग्राम प्रधान, एबीएसए, खण्ड शिक्षाधिकारियों द्वारा गंभीरता से शिक्षा कार्य किया जाए। ग्रामीण क्षेत्र की परिसम्पत्तियों के जीर्णोद्धार में किसी भी प्रकार की शिथिलता न बरती जाए। स्कूल, आंगनवाड़ी केन्द्रों, नाली, रोड खड्जा पेयजल आदि समस्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित होनी चाहिए। प्रत्येक विद्यालय में आपरेशन कायाकल्प को सफल बनाने हेतु एक नोडल बनाया जाए, जिनकी देखरेख में समस्त कार्य सम्पादित किए जाएं। डीएम ने कहा कि वित्तीय वर्ष की समाप्ति तक सभी विद्यालयों में निर्धारित सात बिंदओं पर प्रभावी कार्यवाही की जाएबाल मैत्रिक स्कूल शौचालय मानक के अनुरूप निर्मित कराए जाएं, साथ ही जल स्वच्छता एवं हाथ धुलाई की जानकारी बच्चों को प्रमुखता से दी जाएबालक बालिकाओं हेत प्रत्येक विद्यालय में प्रथक शौचालयों का निर्माण कराने के साथ ही शौचालयों में इन्सीनेटर की व्यवस्था भी की जाए, जिससे कि बालिकाओं द्वारा इन्सीनेटर का सदुपयोग किया जा सके। ब्लैक बोर्ड, पेयजल, शौचालय, हैण्डपम्प, विद्युत, किचन सैड का सुसज्जीकरण आदि पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए। विद्यालय पहुंचने के रास्ते पर ग्राम पंचायत द्वारा गंभीरता से ध्यान दिया जाए, जहां रास्ता ठीक नहीं है वहां हर हाल में रास्ते का निर्माण कराया जाए। डीएम ने निर्देश दिए कि वित्तीय वर्ष समाप्ति की ओर है इसलिए हर हाल में पात्र लाभार्थियों को शौचालय की द्वितीय किश्त जारी की जाए जिससे कि लाभार्थियों द्वारा अपने-अपने शौचालयों का निर्माण पूर्ण कराया जा सके। आपरेशन कायाकल्प में कार्ययोजना तैयार करने में किसी भी प्रकार की शिथिलता जेई, पंचायत सचिव आदि द्वारा न बरती जाए, अन्यथा की स्थिति में संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्यवाही कर एफआईआर कराई जाएगी। इस दौरान लखनऊ से आए यूनीसेफ के प्रदीप श्रीवास्तव द्वारा आपरेशन कायाकल्प को सफल बनाने हेतु विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान सीडीओं मदन वर्मा, बीएसए संजय सिंह, डीपीआरओ आलोक कुमार श्रीवास्तव, समस्त खण्ड विकास अधिकारी, समस्त खण्ड शिक्षाधिकारी पंचायत सचिव, जेई आदि मौजूद रहे